माहे रमजान की पुरखुलूस मुबारकबाद
रोजा जिसका मतलब सिर्फ भूखा रहना ही नहीं होता बल्कि जब कोई शख्स रोज़ा रखता है, उसके दिल में भूखे व्यक्ति के लिए हमदर्दी पैदा होती है। रमज़ान में अच्छे कर्मो का सबाव सत्तर गुना बढ़ा दिया जाता है।
रोजा हमे झूठ, हिंसा, बुराई, रिश्वत, चोरी , चुगलखोरी तथा अन्य तमाम गलत कामों से बचने की इंस्पेरशन देता है।रोजा एक महीने तक रखे जाते है ताकि इंसान पूरे साल तमाम बुराइयों से बचे।
कुरआन में अल्लाह ने फरमाया कि रोज़ा तुम्हारे ऊपर इसलिए फर्ज़ किया है, ताकि तुम खुदा से डरने वाले बनो और खुदा से डरने का मतलब यह है कि इंसान अपने अंदर नरमी और तकवा लाये और उस पर अमल करे
दुआओ में याद रखना आपका भाई वक़ार चौधरी